CTET Exam New Rule: सीटेट की परीक्षा में नया नियम लागू, अब तीन स्टेज में होगी परीक्षा जाने नए नियम
CTET Exam New Rule: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा सीटेट परीक्षा में कुछ नए नियम यानी नए बदलाव … Read more
CTET Exam New Rule: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के द्वारा सीटेट परीक्षा में कुछ नए नियम यानी नए बदलाव कर दिए गए हैं जो सीटेट न्यू रूल 2025 के अंतर्गत आपको जानना बेहद ही आवश्यक है । अगर आप भी शिक्षक बनना चाह रहे हैं तो आपके लिए एक बड़ी खबर जारी हो चुकी है जिसे जानना आपके लिए आवश्यक है । अब परीक्षा को तीन अलग स्टेज में आयोजित किया जाएगा इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको इससे संबंधित नए CTET Exam New Rule से संबंधित जानकारी देने वाले हैं । आपको जानकारी दे दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई बोर्ड के द्वारा प्रत्येक वर्ष साल में दो बार सीटेट परीक्षा कराई जाती है । इस वर्ष की सीटेट परीक्षा जुलाई के सीजन में आयोजित होगी और इसको लेकर लाखों छात्र बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं । ऐसे में इन सभी छात्रों को CTET Exam New Rule के बारे में पता होना चाहिए कौन-कौन से नए नियम लागू हुए हैं ।
सीटेट परीक्षा के नियम में हुआ बड़ा बदलाव
मिली जानकारी के अनुसार, अगर आप शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हैं तो अब आपको सीटेट के नए रूल के अनुसार परीक्षा देनी होगी । शिक्षक बनने के लिए अब आपको नई शिक्षा नीति के अनुसार अपनी तैयारी करनी होगी क्योंकि आने वाले समय में शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षा से संबंधित सभी कार्य संपादित किए जाएंगे । सीटेट की परीक्षा अब पूर्ण रूप से चेंज होने जा रही है, क्योंकि अब सीटेट परीक्षा को तीन स्टेज में लागू किया जाएगा ।
अब तीन चरणों में लागू होगी सीटेट परीक्षा
मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटेट परीक्षा का आयोजन जिसमें मुख्य रूप से दो लेवल होते थे । इसके पहले लेवल में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के टीचर के लिए लेवल वन आयोजित होता था और इस प्रकार लेवल 2 के लिए कक्षा 6 से कक्षा 8 तक टीचर बनने के लिए परीक्षा आयोजित कराई जाती थी । लेकिन अब नए बदलाव के चलते सीटेट के तीसरे पेपर को लेकर एक नया नियम लागू हुआ है । सीटेट परीक्षा तीन को लेकर नई योजना बनाई जा रही है जिसमें कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 तक के लिए लागू किया जाने वाला है ।
एनसीटीई करेगा बदलाव
सीबीएसई के द्वारा इस प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी गई है । सीबीएसई के द्वारा ही काफी समय से सीटेट परीक्षा का आयोजन कराया जा रहा था । इसलिए आपको सूचित कर दें कि सीबीएसई को इसका काफी अनुभव भी है । मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के साथ ही साझेदारी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के अंतर्गत आवश्यक बातचीत करते हुए एक राष्ट्रीय सम्मेलन यहां पर आयोजित किया गया जिसके अंतर्गत NCTE के सदस्य केंसाग वाई सेरपा संग के द्वारा जानकारी दी गई जिसमें बताया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विभिन्न प्रकार के स्तरों पर TET क्रियान्वयन के लिए सिफारिश किया गया है । इसलिए कक्षा 9 से कक्षा 12 यानी कि माध्यमिक स्तर पर सीटेट का प्रस्ताव भी रखा गया है, इसके अंतर्गत अब कक्षा 1 से कक्षा 5 के लिए फंडामेंटल स्टेज और कक्षा कक्षा 6 से कक्षा 8 के लिए प्रिपेरटॉरी या फिर मिडिल स्टेज और पेपर तीन में कक्षा 9 से लेकर 12 के लिए सेकेंडरी स्टेज बोला जाएगा ।
नई शिक्षा नीति के तहत 3 स्टेज में सीटेट
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के माध्यम से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के साथ ही साझेदारी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 के अंदर आवश्यक परिवर्तन करते हुए बदलाव पर चर्चा व विचार करने हेतु परीक्षा को लेकर एक राष्ट्रीय सम्मेलन यहां पर आयोजित करवाया गया और इस सम्मेलन के अंदर NCTE के सदस्य सुश्री केंसाग वाई सेरपा संग इस के माध्यम से कहा गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विभिन्न प्रकार के स्तरों पर टीईटी के क्रियान्वयन हेतु सिफारिश को किया गया है। जिसमें कक्षा 9 से लेकर 12 यानी कि माध्यमिक स्तर पर सीटेट का भी प्रस्ताव रखा गया है अब पेपर 1 कक्षा 1 से 5 के लिए जिसे फंडामेंटल स्टेज बोला जाएगा। पेपर 2 कक्षा 6 से 8 के लिए जिसे प्रीपेटोरी या फिर मिडिल स्टेज बोला जाएगा इसके अलावा पेपर 3 जो भी कक्षा 9 से 12 के लिए होगा उसे सेकेंडरी स्टेज बोला जाएगा।
अगले वर्ष से लागू हो सकता है सीटेट नया नियम
सीटेट की परीक्षा में होने वाले इस नए बदलाव को अगले वर्ष से लागू किया जा सकता है सीटेट संयोजक अभिमन्यु यादव के माध्यम से जानकारी दी गई की आने वाले समय में सीटेट की परीक्षा को तीन स्तरों में आयोजित किया जाएगा । जानकारी दी गई कि शिक्षक भर्ती हेतु महत्वपूर्ण बदलाव जरूरी है जिसमें एक अच्छा एक से लेकर 12 तक के तीन अलग-अलग स्तर पर परीक्षाएं सीटेट की आयोजित होगी ताकि हर प्रकार के शिक्षक की दक्षता को आंका जा सके और नए शिक्षक प्राप्त हो सके । अगले साल से इस नए नियम को लागू किया जा सकता है ।